खनन माफिया व प्रशासनिक गठजोड़ के चलते सरकार को लग रहा करोड़ों का चूना
1 min readपूरनपुर-पीलीभीत। उत्तर प्रदेश सरकार एक ओर सख्त रवैया अपनाये हुए है तो वहीं पीलीभीत के जिलाधिकारी के सख्त आदेशों के बाद भी अधिकारी कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे है। तहसील पूरनपुर व तहसील कलीनगर क्षेत्र की दिन हो या रात खनन का कार्य जोरों पर है। लेकिन स्थानीय प्रशासन मौन है।
भू-माफिया हों या खनन माफिया सभी के हौसले बुलंद है। लेकिन सरकारी फरमान भी स्थानीय अधिकारियों कर्मचारियों के आगे बौने साबित हो रहे हैं। पूरनपुर व कलीनगर तहसील में थाना कोतवाली पूरनपुर, थाना हजारा, थाना सेहरामऊ उत्तरी, थाना मांधौटांडा क्षेत्र आता है, चारों थानों में लगभग दर्जन भर पुलिस चौकियां है लेकिन खनन चारों दिशाओं में धडल्ले से बिना रोक टोक जारी है। बात करें कोतवाली पूरनपुर की तो शेरपुर, मुझा कलां, पूरनपुर बिजलीघर रोड, पुलिस चौकी घुंघचाई, बलरामपुर पुलिस चौकी क्षेत्र सेहरामऊ उत्तरी में गड़वाखेड़ा पुलिस चौकी क्षेत्र, मांधोटांडा में रमनगरा पुलिस चौकी क्षेत्र, ट्रांस शारदापार थाना हजारा क्षेत्र में खनन बर्तमान में दिन रात जारी है। इसकी जानकारी शायद उच्चाधिकारियों को नहीं है और जानकारी है तो संबंधित अधिकारी मौन है। तहसील पूरनपुर हो कलीनगर क्षेत्र सभी का भला बिन मांगे मुराद वाला साबित हो रहा है। लेकिन रायल्टी की जानकारी तहसील में किसी जिम्मेदार अधिकारियों के पास नहीं है। सबसे मजे की बात तो यह है एसडीएम हो या तहसीलदार कोई भी बोलने को तैयार नहीं और सही जानकारी देना ही नहीं चाहते हैं। इससे क्या अंदाजा लगाया जाये कि खननकर्ता के पास खनन की रायल्टी किस जगह की है। मिट्टी से पटे हुए खेत खलिहान, तालाब व क्षेत्र में तेजी से हो रही प्लाटिंग को लेकर मिट्टी भराव कार्य तो जोरों पर है लेकिन मानकों की अनदेखी कुछ तो वयां कर रही है। वहीं एक ओर राजस्व को चूना लगाया जा रहा है तो वहीं स्थानीय पुलिस और प्रशासन खनन माफियाओं के साथ मिलकर सरकार को करोड़ो का चूना लगाया जा रहा है।