नवाबों के गांव में तालाबों के सौर्न्दीयकरण की दरकार, योगी सरकार करे जीर्णोद्धार
1 min readपूरनपुर-पीलीभीत। शेरपुर कलां को नवाबों का गांव कहा जाता हैं, अंग्रेजों की हुकूमत में भी शेरपुर कलां के नवाबों का अपना इतिहास रहा हैं। हालांकि इस गांव को नगर पंचायत बनाने की कबायत शुरू हो चुकी हैं। लेकिन तालाबों पर अवैध कब्जेदारी होने से गांव के लोग चिंतित हैं और योगी सरकार से दरकार लगा रहे हैं कि जलाशयों का सौन्दीयकरण किया जाए।
ग्राम पंचायत शेरपुर कलां में तलाबों पर अवैध कब्जे किये जा रहे और बचे जलाशयों में गंदगी डाली जा रही हैं। इसको लेकर गांव के लोग खासे व्याथित नजर आ रहे हैं और योगी सरकार में पीलीभीत का नाम रौशन कर रहे डीएम पुलकित खरे से तालाबों के उत्थान की उम्मीद जता रहे हैं। शेरपुर कलां के बीचों बीच पुराना तालाब है जो जामा मस्जिद के पास है। तालाब लम्बा चौड़ा हैं, लेकिन धीरे-धीरे अस्तित्व को खोता जा रहा हैं। तालाब में गंदगी डालकर डलाव घर बना दिया हैं। इससे उठती र्दुगन्ध लोगों के लिए परेशानी का सबब हैं और संक्रमण बीमारियां की आहट भी। तालाब के एक छोर पर हैम्योपैथिक अस्पताल व प्राइमरी स्कूल भी है। तालाब में गंन्दगी का अंबार लगा हुआ है। गांव के लोग तालाब में मृत मवेशी डाल देते है। तालाब के चारों ओर जलकुंभी फैली हुई है। गांव में सबसे दूषित तालाबों में से शेरपुर कलां का तालाब हैं, गांव के लोग सौंदर्यीकरण के लिए कई बार लिखित शिकायत भी दे चुके है। मुख्यमंत्री जनसुनवाई पर सफाई और सौंदर्यीकरण के लिए शिकायतें हुई और संबंधित अधिकारियों ने सौ़दर्यीकरण हो जाने की झूठी आख्या लगाकर मामला निस्तारित कर दिया।
साबिर, एडवोकेट
गांव के बीचो बीच कचरे से भरे हुए तालाब है, अधिकारियों को कई लिखित शिकायत की गई है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ग्राम प्रधान ने सिर्फ वादे किए और आश्वासन दिया है। गांव के लोगों को गंदगी से निजात नहीं मिली। अब तो जिले के जिम्मेदार अधिकारियों से उम्मीद लगाये गए हैं।
फईम बेग, दुकानदार
तालाब में मरे हुए जानवर डाल देते हैं। इसके चलते बस्ती में रहना, निकलना मुश्किल है। जिलाधिकारी महोदय संज्ञान लेकर तालाब का सौदर्यीकरण कराये तो गांव को संक्रमण व कचरे की समस्या भी खत्म हो सकती है।
नदीम रजा, ग्रामीण
गांव के तालाब की सफाई के साथ सौदर्यीकरण हो जाए तो गांव की रौनक और भी बढ़े। ग्रामीणों ने निष्कर्षण सौदर्यीकरण के लिए कई बार अधिकारियों को लिखा। लेकिन ग्राम प्रधान और अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। गांव के लोग सड़न भरी जिन्दगी जी रहे हैं। शेरपुर में गंदगी अहम समस्या बन गई हैं।
मीनू बरकाती, टीटीएस
नवाबों का गांव है, नवाब शमशुल हसन खान सांसद भी रहे हैं। बीपीपी सरकार में शेरपुर कलां के विधायक भी हुए। लेकिन गांव की हालत बदली नहीं है। ग्राम प्रधान चाहते हैं तो अच्छा विकास और कायाकल्प हो सकता था। नवाब साहब की कोठी के पास एक पुराना तालाब है, गांव के लोग पिछले 5 सालों से तालाब की सफाई प्रदान करने और सौदरोईकरण की मांग कर रहे हैं। अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है, जबकि जिला प्रशासन तालाबों की खुदाई कर रहे हैं। इसके बावजूद अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है। वर्तमान में डीएम साहब से अनुरोध करते हैं कि तालाब का सौदर्यीकरण कर दिया जाएगा जो जनहित में होगा।