एक वर्ष से बंद पड़ी पुलिस चौकी बनी खंडहर
1 min readलाखों की लागत से बनाई गई है पुलिस चौकी
पूरनपुर-पीलीभीत। करीब एक साल से बंद पड़ी पुलिस चौकी देखरेख के अभाव में खंडहर में तब्दील होती जा रही है, लेकिन विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। लाखों रूपये की लागत से बनाई गई पुलिस चौकी में घास फूस उगने लगे है। आवासीय चौकी को पुलिस विभाग ने बिना किसी बजह से खाली कर दिया और अब चौकी पर शराबी सक्रिय हैं।
प्रदेश सरकार पुलिस चौकियों को अधुनिक रूप दे रही हैं तो दूसरी ओर विभागीय अधिकारी लाखों की लागत से बनी पुलिस चौकी को असामाजिक तत्वों को सुपुर्द कर रहे हैं। थाना माधोटांडा क्षेत्र के अंर्तगत आने वाली पुलिस चौकी बिना किसी बजह से बदहाल हैं। पुलिस अधिकारी सरकार की मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे है। करीब एक साल से बंद पड़ी पुलिस चौकी इस बात का उदाहरण है कि संबंधित अधिकारी कितने लापरवाह है। थाना माधोटाडा क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाली पुलिस चौकी गांव दयालपुर के सामने बनी हुई है। माधोटांडा-पीलीभीत हाइवे पर बनी इस चौकी को पुलिस ने खाली कर दिया हैं। पिछले एक वर्ष से पुलिस चौकी पूरी तरह बंद कर दिया गया है। पुलिस चौकी बंद होने से पीड़ितों को शिकायत करने के लिए काफी माधोटांडा या फिर जमुनिया पुलिस चौकी पर जाना होता हैं। पुलिस चौकी में दो बैरक, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था व दो बड़े कमरे भी उपस्थित है। इसके बावजूद संबंधित अधिकारियों ने पुलिस चौकी को बंद कर दिया है। पुलिस चौकी बंद होने से खंडहर में तब्दील होती जा रही है, साथ ही कोई भी कर्मचारी पुलिस चौकी की सफाई करने नहीं पहुंचता है। लाखों रूपये की लागत से बनी पुलिस चौकी खास फूस और झाड़-झंकाड़ से भरी गयी है। थाना स्तर पर देखा जाये तो सिपाही व उपनिरीक्षक प्राइवेट रूप लेकर किराये पर रहते हैं जबकि लाखों रूपये की लागत से बनी चौकी खण्डहर में तब्दील हो रही हैं।