ओबीसी जाति प्रपत्रों में फिर उलझे तहसीलदार, राजनैतिक दवाब जारी
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पूरनपुर-पीलीभीत। विगत वर्ष महावत जाति के प्रमाण पत्र जारी करने के बारे में तहसील परिसर में भारी हंगामा हुआ था और धरना-अनशन के बाद प्रपत्र जारी कराये गए थे। अब मामला सिख समाज के लोगों को लेकर लूट पकड़ रहा है, जट शिक्षाए जाति के लोग ओबीसी जाति के प्रमाण पत्र जारी करवाना चाहते हैं तो तहसीलदार का कथन है कि शासनादेश के आधार पर जाति प्रमाण पत्र जारी होंगे। इसको लेकर मामला राजनैतिक लूट पकड़ रहा है, पूरे मामले की शिकायत सांसद वरूण गांधी से की गई हैं।
लेकिन वर्तमान में इसको लेकर अधिकारी का मिजाज अलग है। जाट पढ़ा पूर्व में जारी किए गए जाति रूपोंों के आधार पर प्रमाण पत्र की मांग कर रहा है। मामला लम्बा खिचने के बाद आवेदक तहसीलदार पूरनपुर की शिकायत पर उतर आये हैं और ट्रांसफर कराये जाने की मांग होने लगी हैं। वर्ष 2020 में भी जाति प्रमाण पत्रों को लेकर मामला मण्डलायुक्त तक गया था और उसके बाद ओबीसी ग्रेड के प्रमाण पत्र जारी किए गए थे। आवेदकों ने उन प्रमाण पत्रों को पत्रावली में संलग्न किया है। पूरनपुर तहसील में लगभग 15000 हजार आबादी जाट सिखों की बताई जा रही है और तहसील स्तर पर जाति प्रमाण पत्र के आवदेनों की संख्या लगभग 30 हैं। इस संबंध में तहसीलदार विजय कुमार त्रिवेदी ने बताया कि जाति प्रमाण पत्रों के मामले में विधिक राय ली जा रही है और शासनादेश के अनुरूप कार्य किया लांगा।डांट-फटकार और ट्रांसफर की बातें बनावटी हैं।