सफाई कर्मी की तैनाती न होने से नालियां चोक
1 min readपूरनपुर-पीलीभीत। करीब 17 माह से गांव में किसी भी सफाई कर्मचारी की तैनाती न होने से गांव की सभी नालियां चोक पड़ी है। गांव के मुख्य मार्गों पर जलभराव होने से संक्रामक रोग फैलने की आंशका बनी हुई है।
प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन चलाकर देश को साफ सुथरा बनाने में जुटे है, वही दूसरी ओर विभाग के सक्षम अधिकारियों की उदासीनता के चलते गांव में पलीता लगाने में जुटे हुए है। पंचायत राज विभाग ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में सुबह को सफाई करने के लिए सफाई कर्मचारियों की तैनाती की गई है। जबकि विकास खण्ड पूरनपुर के गांव अमरैयाकलां में करीब 1350 मतदाता है जिसमें इसी गांव में एक प्राथमिक एवं एक उच्च प्राथमिक विद्यालय भी है। शासन द्वारा उच्च प्राथमिक विद्यालय खोल दिए गए है और प्राथमिक विद्यालय एक मार्च से खोलने की तैयारी हो चुकी है। सफाई कर्मचारी की तैनाती न होने से गांव एवं विद्यालय की साफ सफाई व्यवस्था चौपट बनी हुई है। गांव में किसी भी सफाई कर्मचारी की करीब 17 माह से तैनाती न होने से गांव की सभी नालियां चोक पड़ी हुई है तथा जगह-जगह गन्दगी फैली हुई है। मुख्य पक्के मार्ग पर नालियां चोक पड़ी होने से जल निकासी की व्यवस्था न किए जाने से मुख्य पक्के मार्ग पर थोड़ी सी बरसात में ही जलभराव हो जाता है। जलभराव मुख्य मार्ग पर होने से राहगीर एवं ग्रामीण गन्दे पानी से गुजरने को मजबूर है। गांव के मुख्य मार्ग पर पानी का निकास न होने से जलभराव को लेकर ग्राम पंचायत अधिकारी से कई बार शिकायत की गई। मगर पंचायत सचिव ने इस ओर अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया है। जिस कारण नालियां चोक होने और जलभराव से ग्रामीणों को संक्रामक रोग फैलने की आशंका बनी हुई है। जबकि सरकार बच्चों की सेहत और गांव के विकास के लिए लाखों रुपए खर्च कर रही है। मगर जमीनी हकीकत यहां पर कुछ और नजर आ रही है। गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर गांव में सफाई कर्मचारी की तैनाती कराने एवं मुख्य पक्के मार्ग पर जलभराव के निकासी व्यवस्था कराने की मांग की है।