अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर दुनिया की प्रथम महिला नर्स का बनाया चित्र
1 min readपूरनपुर के प्रसिद्ध चित्रकार ने बेहतरीन कला के माध्यम से फ्लोरेंस नाइटिंगेल को किया
पूरनपुर-पीलीभीत। दुनिया की पहली नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिन को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर पूरनपुर के प्रसिद्ध चित्रकार अर्पित श्रीवास्तव ने फ्लोरेंस नाइटिंगेल का चित्र बनाकर अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर कला का प्रदर्शन किया। कोरोना महामारी में हजारों नर्स लोगों का जीवन बचाने में दिन रात एक किए हुए है और हालात को देखते हुए लोग चिकित्सा सेवाओं से जुड़े हर व्यक्ति को आशा भरी नजरों से निहार रहे हैं। ऐसे में अर्पित श्रीवास्तव ने फ्लोरेंस नाइटिंगेल का चित्र बनाकर उन्हें ना सिर्फ किया बल्कि लोगों को जागरूक करते हुए बेटियों को मेडिकल क्षेत्र में भेजने का भी संदेश दिया है।
फ्लोरेंस नाइटिंगेल को दुनिया की पहली नर्स माना जाता है और उन्हीं के जन्मदिन को आंतरिक नर्सेज डे यानी नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। फ्लोरेंस नाइटिंगेल की ऐसी कई खास बातें हैं, जो उन्हें महान बनाता है। फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल (12 मई 1820-13 अगस्त 1990) को आधुनिक नर्सिंग आन्दोलन के जन्मदाता बने रहे। एक महिला में जो सैनिक होते हैं ठीक उसी तरह उन्होंने मानवीय पहल की और दया-भाव व सेवा की मिसाल कायम की। फ्लोरेंस नाइटिंगेल को “द लेडी विद दम्प्स” (दीपक वाली महिला) के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। विश्व की पहली महिला नर्स का जन्म एक समृद्ध और उच्चवर्गीय ब्रिटिश परिवार में हुआ था। लेकिन उच्च कुल में जन्मी फ्लोरेंस ने मानव सेवा का मार्ग चुना। सन 1845 में परिवार के विरोध के बावजूद गरीब-असहाय लोगों की सेवा जारी रखी और अजीवन सेवा का संकल्प लिया। दिसंबर 1844 में उन्होंने चिकित्सा सुविधाओं में संसोधन और बनाने का कार्यक्रम शुरू किया। इसके बाद से ही फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्मदिन अंतर्राष्ट्रीय नर्सेज दिवस के रूप में मनाया जाता है। बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर पूरनपुर के प्रसिद्ध चित्रकार अर्पित श्रीवास्तव ने फ्लोरेंस नाइटिंगेल नर्स का स्केच जारी किया है। उनके चित्र को काफी सराहा जा रहा है।
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