वर्दी में होती नेपाली पुलिस तो शायद ना घटती वारदात
1 min readतफ्तीश
देर रात्रि भारतीय व नेपाली अधिकारियों की मौजूदगी में मृतक युवक का हुआ अंतिम संस्कार
पूरनपुर-पीलीभीत । नेपाली पुलिस की गोली से मरने वाले युवक का देर रात्रि अंतिम संस्कार कर दिया गया और उसके बाद अधिकारी लौट गए। करीब सात बजे भारतीय युवक का शव भारत को सुपुर्द किया गया था और जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में अंतेष्ठी कर दी गई।
भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के पिलर नंबर 38-39 के बीच हुई वारदात में युवक गोविन्द पुत्र गुरवेग सिंह को नेपाली पुलिस फोर्स आर्म्ड ने गोली मारकर हत्या कर दी थी और शव को धनगढ़ी पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। सीमा पर हुई वारदात के बाद एडीजी जोन बरेली अविनाश चन्द्र मौके पर पहुंचे थे और नेपाल जिला कंचनपुर के डीएम रामकुमार महातव के साथ गहन बैठक के बाद शव लौटाये जाने पर सहमति बनी और नेपाल ने देर रात्रि मृतक का शव वापिस दिया। शुक्रवार को ही मृतक गोविन्द पुत्र गुरवेग सिंह निवासी भूदान टिल्ला नंबर चार का अंतिम संस्कार कर दिया गया। दूसरी ओर वारदात को लेकर नए खुलासे हो रहे हैं बताया जा रहा है कि गोविन्द, रेश्म सिंह, गुरमेज सिंह व पप्पू को सिविल ड्रेस में मिले लोग नेपाली पुलिस फोर्स आर्म्ड के जवान थे और वर्दी न होने पर ग्रामीण नेपाली पुलिस को समझ नहीं सके। इसके चलते कहासुनी होने के दौरान बात हाथापाई पर पहुंच गयी और नेपाली पुलिस ने फाइरिंग कर युवक को गोली मार दी। फाइरिंग में दो लोग घायल हुए थे। इनमें से गोविन्द की मौके पर मौत हुई जबकि पप्पू घायल हैं।